आकाश में कितने तारे मौजूद हैं?
जितने कि कल (20 अगस्त) अखबार में राजीव गाँधी जी के फोटो थे |
चलिए मुदे पे आते हैं- बेशक राजीव गाँधी जी ने एक ऐसे भारत निर्माण की कल्पना की थी जहाँ हमे अपनी स्वतंत्रता पर गर्व हों,हम कृषि और तकनिकी में आत्मनिर्भर हों,हम गरीबी तथा सामाजिक-आर्थिक असमानता के बंधनों से मुक्त हों| वे काफी हद तक अपने मिशन में कामयाब भी हुए|
पर आज सरकार(और हम भी) यह क्यूँ भूल जाती हैं कि जिस भारत का स्वरुप राजीव गाँधी जी ने बदला वो भारत उनके हाथ में कैसे और कहाँ से आया ??? यह आया भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव,चंद्रशेखर आज़ाद, रामप्रसाद बिस्मिल,खुदीराम बोस और ना जाने कितने ही आज़ादी के दीवानों के कुर्बानी,बलिदान और समर्पण से| और सरकार इनके जन्मदिन और शहीदी पर इनके लिए अखबार का एक कोना भी रखती|
हाल ही में 11 अगस्त को खुदीराम बोस का 104वाँ शहीदी दिवस था,सरकार कहाँ थी? राजीव गाँधी के जन्मदिन के पोस्टर बनाने में????
खुदीराम बोस के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने ही क्रांति का पहला बम धमाका किया था| "भागवत गीता" हाथ में लेकर मात्र 18 साल की उम्र में फांसी पर लटकने वाले देश के सबसे कम उम्र के क्रन्तिकारी थे|
वे इसी भारत के लिए कुर्बान हुए ,जहाँ उन्हें आज याद तक भी नहीं किया जाता|
24 अगस्त को राजगुरु का जन्मदिन है| अब उस दिन देखना है,सरकार कितना सरीक होती है जन्मदिन मनाने मे......
28 सितम्बर को भगत सिंह का जन्मदिन भी आ रहा है ...भूलिएगा नहीं |
जितने कि कल (20 अगस्त) अखबार में राजीव गाँधी जी के फोटो थे |
कल के अखबार के लगभग सभी पेज पर,जिधर देखो उधर राजीव गाँधी जी निहार रहे थे |
आपका जीवन ,हमारी प्रेरणा...... सदभावना दिवस...... उनके चेहरे पर एक भाव था सदभावना का...... भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उन्हें शत-शत नमन...... आपकी दृष्टि ,हमारा लक्ष्य...... उन्होंने अपने सपनों के भारत को अनेकों का स्वप्निल गंतव्य बनाया...... सच हुआ सपना एक दूरदर्शी का(???)...... भारत रत्न...... राजीव गाँधी अक्षय उर्जा दिवस...... गाँव-गाँव बिजली,घर-घर प्रकाश(?),,अक्षय उर्जा से भारत विकास......
(और इस बार के अक्षय उर्जा दिवस की उपलब्धि थी- पवार ग्रिड का फेल होना और 21-22 राज्यों में अँधेरा छाना |)आपका जीवन ,हमारी प्रेरणा...... सदभावना दिवस...... उनके चेहरे पर एक भाव था सदभावना का...... भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उन्हें शत-शत नमन...... आपकी दृष्टि ,हमारा लक्ष्य...... उन्होंने अपने सपनों के भारत को अनेकों का स्वप्निल गंतव्य बनाया...... सच हुआ सपना एक दूरदर्शी का(???)...... भारत रत्न...... राजीव गाँधी अक्षय उर्जा दिवस...... गाँव-गाँव बिजली,घर-घर प्रकाश(?),,अक्षय उर्जा से भारत विकास......
चलिए मुदे पे आते हैं- बेशक राजीव गाँधी जी ने एक ऐसे भारत निर्माण की कल्पना की थी जहाँ हमे अपनी स्वतंत्रता पर गर्व हों,हम कृषि और तकनिकी में आत्मनिर्भर हों,हम गरीबी तथा सामाजिक-आर्थिक असमानता के बंधनों से मुक्त हों| वे काफी हद तक अपने मिशन में कामयाब भी हुए|
पर आज सरकार(और हम भी) यह क्यूँ भूल जाती हैं कि जिस भारत का स्वरुप राजीव गाँधी जी ने बदला वो भारत उनके हाथ में कैसे और कहाँ से आया ??? यह आया भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव,चंद्रशेखर आज़ाद, रामप्रसाद बिस्मिल,खुदीराम बोस और ना जाने कितने ही आज़ादी के दीवानों के कुर्बानी,बलिदान और समर्पण से| और सरकार इनके जन्मदिन और शहीदी पर इनके लिए अखबार का एक कोना भी रखती|
हाल ही में 11 अगस्त को खुदीराम बोस का 104वाँ शहीदी दिवस था,सरकार कहाँ थी? राजीव गाँधी के जन्मदिन के पोस्टर बनाने में????
खुदीराम बोस के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने ही क्रांति का पहला बम धमाका किया था| "भागवत गीता" हाथ में लेकर मात्र 18 साल की उम्र में फांसी पर लटकने वाले देश के सबसे कम उम्र के क्रन्तिकारी थे|
वे इसी भारत के लिए कुर्बान हुए ,जहाँ उन्हें आज याद तक भी नहीं किया जाता|
"खुदीराम बोस अंग्रेजो के गिरफ्त में(मुज़फरपुर जेल)" |
28 सितम्बर को भगत सिंह का जन्मदिन भी आ रहा है ...भूलिएगा नहीं |
ऐसे क्रांतिकारी शहीदों को भूलना उनका अपमान करना है सरकार को
जवाब देंहटाएंइस और ध्यान रखना चाहिए,,,,,आभार
मेरी रचना अच्छी लगी हो तो फालोवर बने,,,,,,
RECENT POST ...: जिला अनूपपुर अपना,,,
क्या कहा जाये... अंधेर नगरी चौपट राजा...
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