"फेसबुक"...इससे आज तक कोई नही बचा,ना ही कोई बचेगा |कभी-कभी तो लगता है कि जो फेसबुक पर नही है वो कहीं का नही है,शायद इस दुनिया का भी नही है (खासकर आज की पीढ़ी),और मै भी इसी केटेगरी मे आता हूँ सो मै कैसे बच जाऊँगा | आखिर जब बात मेरे दुनिया मे होने की हो तब तो फेसबुक पर होना तो बनता ही हैं | और शायद इसीलिए मैंने इस ब्लॉग के साइड मे 'फेसबुक का चटका' भी लगाया है |
सभी फेसबुक के बारे मे अपने 'सुंदर-सुंदर' विचार ब्लॉग पर रखते हैं, तो हम भी यहीं देख के लाए हैं- "फेसबुकिया साइकिल"
आपने अब-तक लाइफ साइकिल,इको साइकिल,वाटर साइकिल,ऑक्सीजन साइकिल,कार्बन साइकिल और ना जाने कौन-कौन सा साइकिल देखा और पढ़ा होगा...पर मै आपके सामने रख रहा हूँ-
"फेसबुकिया साइकिल"
अब देखना है कि ये साइकिल चला के कितना मज़ा आता है आप सबको |
1st स्टेज ऑफ साइकिल (छोटा हैं पर काम का है......)
हमने करी पप्पा से Talking..
पप्पा ने लगवाया नेट की Setting..
फिर जब नेट हुआ Connecting..
तब हम हुए Starting..
2nd स्टेज ऑफ साइकिल (असली शुरुआत,अब आगे देखिएगा.....)
जब नेट हुआ Connecting..
तब हम हुए Starting..
जिनसे तमन्ना थी,उनसे
होने लगी Chating..
प्यार की आईस रुक-रुक के Melting..
माई हार्ट इज Beating..
एंड Beating..
हमने की प्यार के बारे मे Talking..
उन्होंने किया Accepting..
हो गई हमारी Setting..
तब होने लगी Dating..
3rd स्टेज ऑफ साइकिल (एकदम उफान मार रहा था.....)
अब..
दोस्तों मे बढ़ी Rating..
लव वाले स्टेटस Posting..
न्यू हेअर स्टाइल Cutting..
करके बेल्ट के ऊपर Shirting..
मारने लगे हम बाइक पर Stunting..
4th स्टेज ऑफ साइकिल (जोर का झटका जोर से....)
जब बिगड़ा हमारा Budgeting..(budget)
तब माइंड मे Getting..
दैट समथिंग इज Faulting..
तब मैंने किया Testing..
तो पाया उनको कि...
उनका हो गया दूसरों के साथ Meeting..
बैठा लिया उन्होंने अपना Setting..
हमरे साथ हो गया Cheating..
सब कुछ Losting..
सब कुछ Routing..
सब कुछ Looting..
5th स्टेज ऑफ साइकिल (उनको भुला के फिर से Recovory...... )
उनकी याद मे बुरी लगी Habiting..
देर तक अकेला Sitting..
बुरे ख्याल Thoughting..
फिर माइंड मे Getting..
कि क्यूँ कर सुसाइड Commiting..(commit)
फिर..
यादों को किया Formating..
प्रोफाइल किया Editing..
फिर....
नेट करके Connecting..
हुए हम Starting..
तब पूरा प्रोसेस फिर से Restarting..
तब जाकर...
"फेसबुकिया साइकिल" हुआ Completing..
और बढ़िया लगे तो कीजिएगा Commenting..
सभी फेसबुक के बारे मे अपने 'सुंदर-सुंदर' विचार ब्लॉग पर रखते हैं, तो हम भी यहीं देख के लाए हैं- "फेसबुकिया साइकिल"
आपने अब-तक लाइफ साइकिल,इको साइकिल,वाटर साइकिल,ऑक्सीजन साइकिल,कार्बन साइकिल और ना जाने कौन-कौन सा साइकिल देखा और पढ़ा होगा...पर मै आपके सामने रख रहा हूँ-
"फेसबुकिया साइकिल"
अब देखना है कि ये साइकिल चला के कितना मज़ा आता है आप सबको |
1st स्टेज ऑफ साइकिल (छोटा हैं पर काम का है......)
हमने करी पप्पा से Talking..
पप्पा ने लगवाया नेट की Setting..
फिर जब नेट हुआ Connecting..
तब हम हुए Starting..
2nd स्टेज ऑफ साइकिल (असली शुरुआत,अब आगे देखिएगा.....)
जब नेट हुआ Connecting..
तब हम हुए Starting..
जिनसे तमन्ना थी,उनसे
होने लगी Chating..
प्यार की आईस रुक-रुक के Melting..
माई हार्ट इज Beating..
एंड Beating..
हमने की प्यार के बारे मे Talking..
उन्होंने किया Accepting..
हो गई हमारी Setting..
तब होने लगी Dating..
3rd स्टेज ऑफ साइकिल (एकदम उफान मार रहा था.....)
अब..
दोस्तों मे बढ़ी Rating..
लव वाले स्टेटस Posting..
न्यू हेअर स्टाइल Cutting..
करके बेल्ट के ऊपर Shirting..
मारने लगे हम बाइक पर Stunting..
4th स्टेज ऑफ साइकिल (जोर का झटका जोर से....)
जब बिगड़ा हमारा Budgeting..(budget)
तब माइंड मे Getting..
दैट समथिंग इज Faulting..
तब मैंने किया Testing..
तो पाया उनको कि...
उनका हो गया दूसरों के साथ Meeting..
बैठा लिया उन्होंने अपना Setting..
हमरे साथ हो गया Cheating..
सब कुछ Losting..
सब कुछ Routing..
सब कुछ Looting..
5th स्टेज ऑफ साइकिल (उनको भुला के फिर से Recovory...... )
उनकी याद मे बुरी लगी Habiting..
देर तक अकेला Sitting..
बुरे ख्याल Thoughting..
फिर माइंड मे Getting..
कि क्यूँ कर सुसाइड Commiting..(commit)
फिर..
यादों को किया Formating..
प्रोफाइल किया Editing..
फिर....
नेट करके Connecting..
हुए हम Starting..
तब पूरा प्रोसेस फिर से Restarting..
तब जाकर...
"फेसबुकिया साइकिल" हुआ Completing..
और बढ़िया लगे तो कीजिएगा Commenting..
and this is very... intresting.....dil se.......
जवाब देंहटाएंand rythem is correcting....:)
हटाएंsahi hai bhai :-)
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव अभिवयक्ति है आपकी इस रचना में लेकिन क्षमा सहित कहूँगा कि शिल्पगत बहुत सी कमियाँ भी है इस रचना में ,माफ़ी चाहूँगा कृपया अन्यथा ना लें.
जवाब देंहटाएंशुक्रिया..
हटाएंअन्यथा लेने का तो सवाल ही नही उठता...मै तो आगे भी ऐसे ही आपका मार्गदर्शन पाना चाहता हूँ...:)
bahut pasand aaya ye style..
जवाब देंहटाएंmast hai..'
:-)